"VIERT Life" provides Trainings, Workshops and Seminars related to Human Resources Development, NLP ( Neuro Linguistic Programming), Total Wellness, Memory Power, Positive Parenting and Total Life Management. Our Mission: To educate and empower people to empower the Nation. {Dr. Ravindra Kumar Vishwakarma: Mind Trainer/Programmer, NLP Master Practitioner, NLP Coach and Life Management Coach at "VIERT for Better World"} Ph: 9430114411.
Sunday, 28 December 2014
Wednesday, 19 November 2014
वियर्ट प्लस विंग्स टू फ्लाई
वियर्ट प्लस विंग्स टू फ्लाई :
अगर हम अपनी क्षमता के अनुसार ईमानदारी से तथा लगन से काम करें तो मुझे लगता है कि हम खुद को एवं दुनिया को चौंका सकते हैं. वास्तव में हम अपनी क्षमता का पूरा पूरा उपयोग अपने काम में नहीं कर पाते या यों कहें कि हम अपने काम में फोकस ही नहीं हो पाते.
अगर कुछ छोटी छोटी बातों पर ध्यान दिया जाये तो हम अपनी क्षमता का पूरा पूरा उपयोग कर पाएंगे...
१. हर दिन रात को, प्राथमिकता के अनुसार अगले दिन किये जाने वाले कार्यों की लिस्ट बना लें.
२. अगले दिन लिस्ट के अनुसार ही काम करें. ऐसा
करने से आपका समय बर्बाद नहीं होगा
और आप फोकस रहेंगे.
३. पैसे का लेन देन (यदि कुछ हो तो) का भी लिस्ट बना लें और उसे भी साथ साथ मैनेज करें.
४. यदि यात्रा करनी हो तो पांच दिन पहले से ही एक डायरी में ले जाने वाले सामानों एवं जिस काम से जा रहे हैं , उसका लिस्ट जरूर बनाने लगें. ऐसा करने से आप फोकस रहेंगे.
५. कोई भी काम बिना योजना के ना करें. प्लान बनाकर काम करने से आप निश्चिन्त होकर लगन से काम कर पाएंगे जिसका रिजल्ट भी बेहतर होगा.
६. प्रतिदिन योग ध्यान जरूर करें. कोई दूसरा काम छूटे तो छूटे परन्तु योग ध्यान कभी भी मिस न करें. ऐसा करने से आप १००% फोकस हो पाएंगे. साथ साथ आपका हेल्थ बहुत अच्छा रहेगा.
(मैंने अपने वर्कशॉप या ट्रेनिंग में लोगों को यह कहते हुए सुना है कि उन्हें योग ध्यान के लिए टाइम ही नहीं मिलता, इसपर मेरा यह कहना है कि बीमार पड़ने पर तो हॉस्पिटल या क्लिनिक जाने के लिए हम समय तो निकाल ही लेते हैं, तो अगर हम पहले से ही योग और ध्यान करते रहें तो बीमार पड़ेंगे ही नहीं, इसलिए रोज ३० मिनट समय मैनेज करना है)
७. वास्तव में फोकस न होने का कारन है हमारे बॉडी लेवल और माइंड लेवल पर कनफ्लिक्ट का होना. ध्यान करने और योग करने से आप कनफ्लिक्ट फ्री रहेंगे.
.... डॉ. रविन्द्र कुमार विश्वकर्मा,
माइंड ट्रेनर एवं लाइफ मैनेजमेंट कोच
अगर हम अपनी क्षमता के अनुसार ईमानदारी से तथा लगन से काम करें तो मुझे लगता है कि हम खुद को एवं दुनिया को चौंका सकते हैं. वास्तव में हम अपनी क्षमता का पूरा पूरा उपयोग अपने काम में नहीं कर पाते या यों कहें कि हम अपने काम में फोकस ही नहीं हो पाते.
अगर कुछ छोटी छोटी बातों पर ध्यान दिया जाये तो हम अपनी क्षमता का पूरा पूरा उपयोग कर पाएंगे...
१. हर दिन रात को, प्राथमिकता के अनुसार अगले दिन किये जाने वाले कार्यों की लिस्ट बना लें.
२. अगले दिन लिस्ट के अनुसार ही काम करें. ऐसा
करने से आपका समय बर्बाद नहीं होगा
और आप फोकस रहेंगे.
३. पैसे का लेन देन (यदि कुछ हो तो) का भी लिस्ट बना लें और उसे भी साथ साथ मैनेज करें.
४. यदि यात्रा करनी हो तो पांच दिन पहले से ही एक डायरी में ले जाने वाले सामानों एवं जिस काम से जा रहे हैं , उसका लिस्ट जरूर बनाने लगें. ऐसा करने से आप फोकस रहेंगे.
५. कोई भी काम बिना योजना के ना करें. प्लान बनाकर काम करने से आप निश्चिन्त होकर लगन से काम कर पाएंगे जिसका रिजल्ट भी बेहतर होगा.
६. प्रतिदिन योग ध्यान जरूर करें. कोई दूसरा काम छूटे तो छूटे परन्तु योग ध्यान कभी भी मिस न करें. ऐसा करने से आप १००% फोकस हो पाएंगे. साथ साथ आपका हेल्थ बहुत अच्छा रहेगा.
(मैंने अपने वर्कशॉप या ट्रेनिंग में लोगों को यह कहते हुए सुना है कि उन्हें योग ध्यान के लिए टाइम ही नहीं मिलता, इसपर मेरा यह कहना है कि बीमार पड़ने पर तो हॉस्पिटल या क्लिनिक जाने के लिए हम समय तो निकाल ही लेते हैं, तो अगर हम पहले से ही योग और ध्यान करते रहें तो बीमार पड़ेंगे ही नहीं, इसलिए रोज ३० मिनट समय मैनेज करना है)
७. वास्तव में फोकस न होने का कारन है हमारे बॉडी लेवल और माइंड लेवल पर कनफ्लिक्ट का होना. ध्यान करने और योग करने से आप कनफ्लिक्ट फ्री रहेंगे.
.... डॉ. रविन्द्र कुमार विश्वकर्मा,
माइंड ट्रेनर एवं लाइफ मैनेजमेंट कोच
Sunday, 5 October 2014
Saturday, 4 October 2014
Monday, 22 September 2014
Thursday, 11 September 2014
Wednesday, 3 September 2014
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